प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्णिया की रैली में घुसपैठियों का मुद्दा जोर-शोर से उठाया और कहा कि "बिहार में एक भी घुसपैठिया नहीं रहने दिया जाएगा।" पीएम मोदी के इस बयान ने साफ कर दिया कि असम और पश्चिम बंगाल की तरह बिहार में भी बीजेपी घुसपैठ को बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने जा रही है।
मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि "राहुल गांधी और तेजस्वी यादव वोट बैंक के लिए घुसपैठियों का बचाव करते हैं। लेकिन ये देश की सुरक्षा का सवाल है और हमारी सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।" उनके इस बयान के बाद ममता बनर्जी पर भी अप्रत्यक्ष हमला माना जा रहा है।
इसी बीच अयोध्या में राम मंदिर का ध्वजारोहण राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किए जाने की संभावना है। माना जा रहा है कि यह कार्यक्रम दलित-पिछड़ा वर्ग तक बड़ा राजनीतिक संदेश देने की रणनीति का हिस्सा है। बिहार चुनाव के ठीक पहले इस कार्यक्रम को बीजेपी के लिए बड़ा 'धार्मिक कार्ड' बताया जा रहा है।
दूसरी तरफ, तेजस्वी यादव ने जहानाबाद से "बिहार अधिकार यात्रा" शुरू की है, जो 10 जिलों की 66 सीटों तक जाएगी। 2020 के चुनाव में इन इलाकों में NDA और महागठबंधन के बीच कड़ी टक्कर हुई थी। इस यात्रा के जरिए तेजस्वी जनता से सीधा जुड़ाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
इधर पटना में पुलिस भर्ती की मांग को लेकर छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिससे कई छात्र घायल हो गए। छात्रों का आरोप है कि चुनाव से पहले पुलिस भर्ती निकालने की घोषणा की जाए।
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